माता सरस्वती विद्या, ज्ञान, बुद्धि और संगीत की देवी हैं। वे श्वेत वस्त्रधारी, वीणा और पुस्तक धारण करने वाली, स्फटिकमाला से सुशोभित, और पद्मासन पर विराजमान हैं। सरस्वती वंदना में उनके पवित्र स्वरूप और दिव्यता का वर्णन किया गया है।
इन श्लोकों में देवी को कुंद फूल, चंद्रमा और हिम के समान उज्ज्वल बताया गया है। वे अज्ञान रूपी अंधकार को दूर कर हमें ज्ञान, विवेक और बुद्धि का प्रकाश प्रदान करती हैं। ब्रह्मा, विष्णु, महादेव सहित सभी देवता उनकी आराधना करते हैं।
यह वंदना माता सरस्वती की कृपा प्राप्त करने के लिए की जाती है, जिससे जीवन में ज्ञान, समर्पण और सच्ची बुद्धि का संचार हो। जो व्यक्ति इस स्तुति का नित्य पाठ करता है, उसे विद्या, कला और आत्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है।
अर्थ (Meaning in Hindi & English)
1.
जो माता कुंद पुष्प (जैसे चमेली) के समान उज्ज्वल हैं, चंद्रमा की कांति से प्रकाशित होती हैं, और हिमराशि के समान धवल हैं।
जो शुद्ध सफेद वस्त्र धारण करती हैं, जिनके कर-कमलों में वीणा और वरद मुद्रा सुशोभित हैं, और जो श्वेत कमल पर विराजमान हैं।
जो ब्रह्मा, विष्णु, महादेव तथा अन्य देवताओं द्वारा सदा वंदित होती हैं।
वे भगवती सरस्वती, जो समस्त अज्ञान और जड़ता को नष्ट करने वाली हैं, मेरी रक्षा करें।
💠 She who is as bright as the jasmine flower, the moon, the snow, and who is adorned in white garments,
Who holds a Veena and is seated on a white lotus,
Who is revered by Brahma, Vishnu, Shiva, and other deities,
May that Goddess Saraswati, who removes ignorance and darkness, protect me.
2.
जो श्वेत वर्ण की हैं और ब्रह्म के विचार का सार स्वरूप हैं, जो आद्या शक्ति हैं तथा समस्त संसार में व्याप्त हैं।
जो अपने हाथों में वीणा, पुस्तक तथा अभयदान मुद्रा धारण करती हैं और अज्ञान के अंधकार को दूर करने वाली हैं।
जो अपने हाथ में स्फटिक की माला लिए हुए हैं और पद्मासन पर विराजमान हैं।
मैं उन परमेश्वरी, भगवती सरस्वती की वंदना करता हूँ, जो बुद्धि प्रदान करने वाली हैं।
💠 She who is of pure white complexion and is the essence of Brahmavidya,
Who is the primordial energy pervading the universe,
Who holds a Veena, a book, and the gesture of fearlessness, removing the darkness of ignorance,
Who holds a crystal rosary and is seated on a lotus,
I bow to that supreme goddess, Bhagwati Saraswati, who bestows wisdom.
यह वंदना ज्ञान, विद्या, और बुद्धि की देवी माता सरस्वती को समर्पित है। इसे प्रार्थना के रूप में पढ़ने से ज्ञान, विवेक और आत्मबुद्धि की प्राप्ति होती है।