दीपावली का मुख्य दिन लक्ष्मी पूजा का होता है, जब लोग अपने घरों को अच्छे से सजाते हैं और रात में देवी लक्ष्मी की पूजा करके धन-संपत्ति की वरदान की कामना करते हैं।
Category: धर्म और संस्कृति
दशहरे का पर्व: परंपरा, महत्व और विशेषताएं
Views: 4 दशहरा का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व दशहरा, जिसे विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय संस्कृति में एक प्रमुख पर्व है जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह त्यौहार भगवान राम की रावण पर विजय की स्मृति में मनाया जाता है। हमारे धार्मिक ग्रन्थों, विशेषकर रामायण में, रावण के वध की कथा प्रमुखता …
देवी माँ के प्रमुख मंत्र, श्लोक और आरती
श्री दुर्गा सप्तशती में देवी की महिमा और उनके विभिन्न रूपों का विस्तार से वर्णन किया गया है। यहाँ कुछ प्रमुख मंत्र, श्लोक और आरती दी जा रही है, जो विशेष रूप से देवी माँ की उपासना में सहायक हैं।
शारदीय नवरात्रि: माता रानी के 9 दिन और हर दिन का महत्व
शारदीय नवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो देवी दुर्गा की उपासना और उनके नौ स्वरूपों की आराधना के लिए मनाया जाता है। इस पर्व के दौरान नौ दिनों तक देवी के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि शारदीय नवरात्रि के प्रत्येक दिन का क्या महत्व है और कौन से रूप की पूजा की जाती है।
संपूर्ण शिव चालीसा पाठ और इसका महत्व
Views: 30 शिव चालीसा भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया एक अत्यंत पवित्र और प्रभावशाली स्तोत्र है। यह भक्तों द्वारा भगवान शिव को प्रसन्न करने और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए नियमित रूप से पाठ किया जाता है। शिव चालीसा का पाठ करने से मन शांत होता है, जीवन में आने वाली समस्याएं दूर होती हैं और भक्तों को …
सावन के महीने में शिव की भक्ति और कांवड़ का महत्व
Views: 6 परिचय: सावन का महीना और शिव पूजा का महत्व सावन का महीना हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, विशेषकर भगवान शिव की भक्ति और उपासना के लिए। हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन माह, जो जुलाई-अगस्त के बीच आता है, एक विशेष अवधि है जब प्राकृतिक वातावरण हरियाली और आनंद से भर जाता है। इस समय का …
सनातन धर्म के मूल विचार: अध्यात्म और जीवन को सार्थक बनाने की दिशा में
Views: 26 परिचय सनातन धर्म भारत की प्राचीनतम धार्मिक और दार्शनिक परंपराओं में से एक है, जो अपनी विविधता और व्यापकता के लिए जाना जाता है। यह धर्म हजारों वर्षों से अस्तित्व में है और इसका प्रभाव न केवल भारत में बल्कि विश्व के कई हिस्सों में भी देखा जा सकता है। ‘सनातन’ शब्द का अर्थ है ‘अनादि’ या ‘सदैव …