नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो – भजन लिरिक्स

Views: 0 Nagri Ho Ayodhya Si, Raghukul Sa Gharana Ho – Bhajan lyrics नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो, चरन हो राघव के, जहाँ मेरा ठिकाना हो।हो त्याग भरत जैसा, सीता सी नारी हो, और लव कुश के जैसी संतान हमारी हो।श्रद्धा हो श्रवण जैसी, शबरी सी भक्ति हो, और हनुमान के जैसे निष्ठा और शक्ति हो।मेरी जीवन …

आज के युवाओं के लिए प्रेरक कहानी: व्यक्तित्व को निखारकर आदर्श जीवन जीने का मार्ग

group of people dancing

Views: 1 प्रेरक कहानी का परिचय आज की तेज़-तर्रार दुनिया में युवाओं के सामने अनेक चुनौतियाँ और संघर्ष होते हैं, जिन्हें पार करने के लिए आत्मविश्वास, निर्धारण और सकारात्मक दृष्टिकोण की जरूरत होती है। इस सन्दर्भ में, एक प्रेरक कहानी के माध्यम से हम एक ऐसे युवा की जीवन यात्रा पर प्रकाश डालेंगे, जिसने कठिनाईयों और नकारात्मकता का सामना करके …

रक्षाबंधन 2024: राखी की विधि, महत्व और आधुनिक रिवाज

रक्षाबंधन का इतिहास और महत्व वैदिक काल से शुरू होकर आधुनिक युग तक फैला हुआ है। यह पर्व कृष्ण और द्रौपदी तथा रानी कर्णावती और हुमायूँ की कहानियों से समृद्ध है। राखी बांधने की सही विधि और शुभ मुहूर्त का विवरण यहाँ पढ़ें। रक्षाबंधन न सिर्फ भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत करता है, बल्कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को भी प्रोत्साहित करता है। इस ब्लॉग में रक्षाबंधन के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण किया गया है, जो इसे भारतीय सभ्यता का एक अभिन्न हिस्सा बनाते हैं।

भारत के स्वतंत्रता दिवस पर युवाओं और देशवासियों को प्रेरणा देने वाला लेख

article on the indian independence day 2024 tomotivate youths

स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त, प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व और सम्मान का दिन है। 1947 में ब्रिटिश शासन से मिली आजादी का यह दिन उन महान नायकों और स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने का अवसर है जिन्होंने अपने जीवन का बलिदान दिया। आज के युवाओं पर देश की उन्नति की जिम्मेदारी है और उन्हें अनुशासन, ईमानदारी और देशप्रेम को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। देश की प्रगति और समृद्धि नागरिकों के सामूहिक प्रयास पर निर्भर करती है।

आधुनिक जीवनशैली और कार्य संस्कृति में संतुलन की चुनौती: संघर्ष से सफलता की यात्रा

three men sitting while using laptops and watching man beside whiteboard

Views: 2 परिचय आज की तेज़ गति से बदलती जीवनशैली और कार्य संस्कृति में खुद को ढालने का संघर्ष अत्यंत चुनौतीपूर्ण हो गया है। हमारा वर्तमान समय उच्च प्रतियोगिता और अत्यधिक अपेक्षाओं से भरा हुआ है, जहाँ युवाओं, छात्रों, और पेशेवर व्यक्तियों को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दिन-रात मेहनत करनी पड़ती है। सफलता की उस ऊँचाई तक …

वेदिक दिनचर्या और आधुनिक युवा: आज की जीवनशैली और कार्य संस्कृति को ध्यान में रखकर एक दैनिक दिनचर्या

आज की जीवनशैली और कार्य संस्कृति को ध्यान में रखकर एक दैनिक दिनचर्या

Views: 4 वेदिक दिनचर्या का महत्व और इतिहास वेदिक दिनचर्या का इतिहास सदियों पुराना है और यह भारत की प्राचीन धरोहर का अहम हिस्सा है। इसके मूल में शारीरिक, मानसिक, और आत्मिक संतुलन को बनाए रखना है, जो सभी के जीवन में समृद्धि और शांति का मार्ग प्रशस्त करता है। वेद, उपनिषद, और आयुर्वेद जैसे प्रयोगात्मक ग्रंथ इस प्रणाली के …

संपूर्ण शिव चालीसा पाठ और इसका महत्व

Views: 24 शिव चालीसा भगवान शिव की स्तुति में लिखा गया एक अत्यंत पवित्र और प्रभावशाली स्तोत्र है। यह भक्तों द्वारा भगवान शिव को प्रसन्न करने और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए नियमित रूप से पाठ किया जाता है। शिव चालीसा का पाठ करने से मन शांत होता है, जीवन में आने वाली समस्याएं दूर होती हैं और भक्तों को …

ध्यान और योग: युवाओं के लिए शांति और मानसिक शक्ति का स्रोत

woman in black tank top and black pants bending her body on floor

Views: 3 आज के तेजी से बदलते और तनावपूर्ण जीवन में, ध्यान और योग का महत्व पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। युवाओं के लिए, जो अपने करियर, शिक्षा और व्यक्तिगत जीवन के विभिन्न पहलुओं में संतुलन बनाने का प्रयास कर रहे हैं, ध्यान और योग मानसिक शांति और आंतरिक शक्ति के महत्वपूर्ण स्रोत बन सकते हैं। इस लेख …

शिव पञ्चाक्षर स्तोत्र: अर्थ और महत्व

शिव पंचाक्षर स्त्रोत्रं

Views: 7 शिव पञ्चाक्षर स्तोत्र (Shiv Panchakshar Stotra) संस्कृत में रचित एक महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठित स्तोत्र है, जिसका गहरा संबंध भगवान शिव से है। यह स्तोत्र भगवान शिव की महिमा का गुणगान करता है और इसमें शिव के पवित्र पांच अक्षरों – “न”, “म”, “शि”, “वा”, और “य” की प्रमुखता दी गई है। प्रत्येक अक्षर विशेष रूप से भगवान शिव …

सावन के महीने में शिव की भक्ति और कांवड़ का महत्व

सावन का महीना और शिव भक्ति

Views: 3 परिचय: सावन का महीना और शिव पूजा का महत्व सावन का महीना हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, विशेषकर भगवान शिव की भक्ति और उपासना के लिए। हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन माह, जो जुलाई-अगस्त के बीच आता है, एक विशेष अवधि है जब प्राकृतिक वातावरण हरियाली और आनंद से भर जाता है। इस समय का …